Saturday, 5 November 2016

पंचांगुली भविष्य दर्शन की श्रेष्ठतम साधना


साधना और उसमें सफलता प्राप्त करना आपको सिखा दो या योग्य की बपौती नहीं रहेगी अपितु कोई भी व्यक्ति सही जानकारी प्राप्त कर साधना से घर बैठे सफलता प्राप्त कर सकता है पंचांगुली साधना ऐसे ही एक दिव्य सरल और सुगम साधना है जो प्रतिपादक सफलतापूर्वक संपन्न कर सकता है आवश्यकता है मंत्र सिद्धि प्राण प्रतिष्ठा आयुक्त पंचांगुली देवी के चित्र की वस्तु का अपना भविष्य ज्ञान हेतु श्रेष्ठ साधनाओ उसमें से एक लेख में सफलता स्पष्ट किया है पंचांगुली साधना भारतीय जीवन का श्रेष्ठ साधन है क्योंकि इसके माध्यम से भविष्य दर्शन पूर्ण रूप से स्पष्ट हो जाता है कि भविष्य को याद करने का साधन ज्योतिष ज्योतिष हस्तरेखा विज्ञान के माध्यम से व्यक्ति को स्पष्ट रुप से जाना जा सकता है भारत वर्ष में प्रवेश अभी काुछ कहता है कि कोई भी ज्योतिषी तब तक पूर्ण हो सकता है उसके पास करने के लिए कुछसिद्धीया साधना मैं हूं यद्यपि भविष्य को जानने के लिए उससे दिया प्रचलित है परंतु एक अरब कठिन और तुरंत फलदायक नहीं है उनकी अपेक्षा पंचांगुली साधना को कोई भी व्यक्ति सिद्ध कर सकता है जैसा कि करण पिशाचनी के बारे में बताया जा चुका हे कि उस साधना से किसी भी व्यक्ति के भूतकाल को स्पष्ट रुप से जाना जा सकता है ठीक इसी तरह पंचांगुली साधना से किसी भी व्यक्ति के भविष्य के प्रत्यक्ष को पहचाना जा सकता है मैं पूरे भारत में घूमा हूं और मैं सेंड करो यारो तांत्रिको वर्षा लोगों के संपर्क में आया हूं मैंने यह अनुभव किया है कि वही व्यक्ति जीवन में पूर्ण सफलता और सम्मान प्राप्त कर सकता है जिसने जीवन में पंचांगुली साधना संपन्न कर ली है महाराष्ट्र में गोकुल भाई का नाम भविष्यदृष्टा के रूप में विख्यात है मैं उनके सामने रुप से ही मिला था और जब मैंने भविष्य को जानने की इच्छा प्रकट की तो उन्होंने मेरा हाथ अपने हाथ में लेकर कल दोपहर 3:00 बजे गाडी से जाना पड़ेगा अधूरी छोड़नी पड़ेगी वास्तव में ही दूसरे दिन मुझे यात्रा करनी पड़ी थी और मुझे वापस जाना पड़ा था ओर से देखा जाए तो उनका जो करते हैं वह अक्सर होती है और दूर दूर से लोग आते हैं पंचांगुली साधना:- यह साधना में यंत्र आवश्यक है शुभ दिन शुभ समय साधना स्थान को स्वच्छ पानी से धोने कक्षा आंगन हो तो गोबर से ली प्ले तत्पश्चात लकड़ी के 100 चौरस पत्ते पर श्वेत वस्त्र धोकर बिछा दे और उस पर चावलों से यंत्र का निर्माण करे चावलों को अलग अलग रंगों में भर दे यंत्र को सुगमता से सही रूप में बनावे यंत्र की बनावट में जरा सी गलती सारे परिश्रम को याद कर देती है तत्पश्चात यंत्र के मध्य में ताम्र कलश स्थापित करें और उसपर लाल वस्त्र बिछाकर ऊपर नारियल रखे और फिर उस पर पंचांगुली देवी की मूर्ति स्थापित करें इसके बाद पूजन करें और नित्य पंचांगुली मंत्र का जप करे यही है कि आधुनिक समय में प्रमाणित विद्वान प्राप्त नहीं होते जो कि यंत्र का स्वरूप और विधि समझा सके परंतु साधना में प्रमाणित पंचांगुली यंत्र तथा पंचांगुली का चित्र आवश्यक है सरवपरथम मुख शोधन कर पंचांगुली मंत्र चैतन्य करें पंचांगुली साधना में मंत्र चैतन्य की है अतः मंत्र को प्रारंभ और अंत में की संपूर्ण देने से मंत्र चैतन्य हो जाता है मंत्र चैतन्य के बाद योनि मुद्रा का अनुष्ठान किया जाए यदि योनि मुद्रा अनुष्ठान का ज्ञान न हो तो बहुत लेती विधान करना चाहिए इसके बाद यंत्र पूजा करके पंचांगुली जानकारी पंचांगुली जान पंचांगुली महादेवी श्री सीमंधर सासु ने अधिष्ठात्री कृष्णा शुभ रात्रि त्रिदोष पंचांगुली मंत्र:- ओम नमो पंचांगुली पंचांगुली परमेश्वरी माता मंगल वशीकरण मञ दंड मनी 64 काम ही है डेनी रणमत देर राहुल मध्य शत्रु मत दे दी पानी मध्य भूत मध्य प्रदेश मध्य प्रदेश मध्य वोटिंग मध्य डाकिनी मध्य सनी मध्य यक्षिणी मध्य दो सनी मध्य भूमि मध्य गारुड़ी मध्ए येणारी मध्य प्रदेश मध्य दो चरण मध्य दुश्मन दुश्मन से घोर कष्ट मुझे ऊपर बुरा जो कोई करे करावे झड़े झड़े हुए चिंतित तावे तक माथे की माता पंचांगुली देवी तनु बद्र निर्धार बड़े ओम थम थम थम स्वाहा वस्तुतः यह साधना लंबी और श्रमसाध्य है प्रारंभ में गणपति पूजन संकल्प न्यास यंत्र पूजा प्रथम वरुण पूजा द्वितीय तृतीय चतुर्थ पंचम षष्टम अष्टम और नवम आवरण के बाद भूत उपसंघार कर के यंत्र में प्राण प्रतिष्ठा करनी चाहिए इसके बाद पंचांगुली देवी को सजीवनी बनाने के लिए ध्यान अंत मातृका न्यास वही मातृका न्यास करनी चाहिए यद्यपि इस सारी विधि को लिखा जाए तो लगभग 40 50 प्रश्नों में आएगी यह मेरा उद्देश्य पाठकों को मात्र साधना से परिचित कराना है देश के श्रेष्ठ साधकों का मत है कि यदि साधते यह सारे क्रियाकलाप न कर के केवल घर में मंत्र सिद्ध प्राण प्रतिष्ठा युक्त पंचांगुली यंत्र तथा संजीवनी संपुट युक्त मंत्र सिद्ध प्राण प्रतिष्ठा युक्त पंचांगुली देवी का चित्र स्थापित कर उसके सामने नित्य पंचांगुली मंत्र का 21 बार जाप करें तो कुछ समय बाद सही पंचांगुली साधना सिद्ध हो जाती है सुविधाजनक है औरइसमें किसी प्रकार की त्रुटि संभव नहीं है पाठकों के आग्रह बराबर हमें प्राप्त होते रहे हैं अतः इस प्रकार पूर्ण विधि विधान से सिद्ध करा कर मंत्र सिद्ध प्राण प्रतिष्ठा योग पंचांगुली यंत्र या संजीवनी संपुट युक्त मंत्र सिद्ध प्राण प्रतिष्ठा योग पंचांगुली देवी का चित्र केंद्र से भेजने की व्यवस्था की जा सकती है वस्तुतः यह साधना सरल है सामान्य साधक को लंबे चौड़े जटिल विधि-विधान में नहीं पढ़ कर अपने घर में पंचांगुली देवी के चित्र के स्थापना कर लेनी चाहिए और नित्य प्रातः स्नान कर पंचांगुली मंत्र का इतिहास बार उच्चारण करना चाहिए कुछ समय बाद मंत्र सिद्ध हो जाता है यह साधना संपन्न हो कर वह सफल भविष्यदृष्टा बन जाता है मिलता है

कर्ण पिशाचनी साधना


प्रयोग प्रथम ययह प्रयोग 11 दिन का है इस में कासे की थाली में सिंदूर का त्रिशूल बना कर उसका पूजन करें और दिन में गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाकर 11 शिव मंत्र जप करे पीछे रात में भी इसी प्रकार त्रिशुल का पूजन करें घी और तेल दोनों का दीपक जलाकर 1112 मंत्र जप करें इस प्रकार 11 दिन तक प्रयोग करने पर कर्ण पिशाचिनी सिद्ध हो जाती है और उसके कार्य प्रश्न का उत्तर सही सही दे देती है इस में साधक को एक समय भोजन करना चाहिए और यथासंभव काले वस्त्र धारण करने चाहिए साधना काल में व्याप्त बातचीत स्त्री गमन पर इस तरह से बात करता वर्जित है मंत्र:- ओम नमः कर्ण पिशाचिनी अमोघ सत्यवादी नीमा में करणी अवतार अवतार अति ताना गए थे वर्तमान आनी दृश्य दृश्य हमें भविष्य तथ्य तथ्य कर्णपिशाचिनी स्वाहा . . प्रयोग दितीय यह प्रयोग भी कर्णपिशाचिनी से संबंधित है आम की लकडी से बने पट्टे पर गुलाल बिछाकर अनार की कलम से रात को 108 बार मंत्र लिख कर मिटाया जाए और लिखते समय मंत्र का उच्चारण भी करता जाए अंत वाले मंत्र का पंचोपचार पूजन करके इस मंत्र का ग्यारह सौ बार उच्चारण करें फिर इस मंत्र को अपने सिराहने देकर चोदा इस प्रकार लगातार 21 दिन में करने के मंत्र सिद्ध हो जाता है रात को चाहिए कि वह मंत्र को होली दिवाली जागरण से प्रारंभ कर के किस दिन तक उसका प्रयोग करें यह मंत्र घर पर बैठ कर भी लिख सकता है और अंत में उसे जाने दे कर उसी खाट पर सो सकता है इस बात का ध्यान रखें कि उस कमरे में उसके अलावा और कोई ना सोए और जहां पर बैठकर मंत्र सिद्धि ना वहीं पर उसे सो जाना चाहिए मंत्र ओम नः कर्ण पिशाचिनी मतकरी में प्रवेश से अतीत अनागत वर्तमान आनी सत्यम सत्य में स्वाहा

Wednesday, 19 October 2016

नोौनौकरी प्राप्त करने का मंत्र


सामग्री जलपात्र तेल का दीपक गोरोचन लोबान स्पटीक माला माला मूंगे की माला समय दिन का रात्रि का कोई भी समय किसी भी प्रकार का आश्रम या मृगासन दिशा पूर्व दिशा जब संख्या 1100-jap everydar 40 दिनregular मंत्र या मोहम्मद दिन जरा फिर बहन अल्लाह हो प्रयोग यह मुसलमानी प्रयोग है तथा किसी भी शुक्रवार को प्रारंभ किया जा सकता है प्रातः उठकर व्यक्ति बिना किसी से बात चीत की हुई सवा भावपूर्ण के आटे की रोटी बनाएं उसे आंख पर अपने हाथों से से कि इसके बाद वहां पर रोटी के चार टुकड़े करके रख दें उसमें से एक टुकड़े के 11 टुकड़े बनाएं उनको सलाम का उपयोग मंत्र का जप पूरा करें 11 मंत्र जाप पूरी हो जाए तो भी छोटे छोटे टुकडे नदी या तालाब में ले जाकर डाल दें जिससे की मछलियां उनको खा जाए शेर रोटी जूती बागपत में से एक बार कुत्ते को खिला दे दूसरा वह कोवे को खिला दे तीसरा भागरास्ते में फेंक दें इस प्रकार40 दिन तक करें तो उसे मनवांछित नौकरी प्राप्त होती है Yah pryog krvane ke liye sampark kre p.santosh acharya WhatsApp&call-9460497261 Expenses-21000rs

शीघ्र विवाह मंत्र


यदि किसी कारण से लड़की या खुद के लड़कों का विवाह संपन्न नहीं हो रहा हो अथवा सगाई या युवा में बाद आए हो रही हो अथवा किसी न किसी प्रकार की अड़चन आ रही हो तो यह यह योग करवाने से शीघ्र विवाह हो जाता है एक मिट्टी का बर्तन या गुलर तले हुए रात्रि को उसमें एक बिल्ली नाल साथ लाल मिर्च साथ नमक की डलिया रख दें और इसका मुन्ना लाल कपड़े से बांध दें उसके बाद गुलर पर सात कुमकुम की दुनिया लगाओगे नीचे लिखा हुआ मंत्र का जप 2 घंटे तक करें इसमें किसी माला आसन या पूजन की अवसकता इसी प्रकार से करें मंत्र-गौर...त्रिशूल पड़े प्रयोग यह मंत्र 1 घंटे तक करना चाहिए उसके बाद इस मिट्टी के बात को चुपचाप सड़क पर ले जा कर रख देना चाहिए और व्यक्ति वापस घर लौट कर आ जाओ ऐसा करने पर विवाह से संबंधित जुबान होती है वह दूर हो जाती है तथा जल्दी ही vivah बन जाता है Yah pryog krvane ke liye sampark kre p.santosh acharya WhatsApp&call-9460497261 Expenses-5100rs

मुमुकदमे में सफलता प्राप्त करने का मंत्र


सामग्री- कुमकुम धूप दीप नैवेद्य लोहे का टुकड़ा थोड़ा सा दूध maला- हकीक माला समय- रात्रि का कोई भी समय आसन- लाल रंग का सूती आसन दिशा- पश्चिम दिशा जप संख्या -10000 अवधि 11 दिन मंत्र-ya kabiyo ya maliyo rakiyo na nakito प्रयोग यह मुसलमानी प्रयोग है और किसी ने शुक्रवार से इस प्रयोग को करना चाहिए प्रति पहले कुमकुम से धरती पर मत लेना बना लेना चाहिए फिr आल संग चढ़कर बैठ जाए और सामने घी का दीपक जलानेवेद मंत्र का जप प्रारंभ करें उस दिन जब पूरा होने पर मरने का टुकड़ा दूध में डालने लाड़वा दोनों पड़ा रह नहीं तो दूसरे दिन फिर उसी प्रकार कुमकुम का खेराबनाकर वह वह का टुकड़ा उसमें लगकर मंत्र जाप करें जब 10,000 मंत्र पूरी हो जाए तब और लॉयन के टुकड़े को कैसे लकड़ी में ठोक दे अपने विरोधी व्यक्ति का नाम लेकर उस पर कपड़ा बांध दें वह दूर हो कपड़े पर दाग दे लकड़ी का टुकड़ा दक्षिण दिशा की तरफ जा कर जमीन में गाड़ दें प्रकार करने पर सामने वाली पार्टी कम होती जाती है वह एकदम में सफलता मिलती है वह के टुकड़े को और जो नए वेद और उस पर चढ़ाए जाते हैं उसे लकड़ी के टुकड़े के साथ जमीन में इस प्रकार से ही सफलता मिलती हैयह प्रयोग करवाने के लिए संपर्क करें 9460497261 पंडित संतोष आचार्य Expenses-11000rs 100%garantee sucess your case

इंटरव्यू में सफलता प्राप्त करने का मंत्र


सामग्री- स्पटिक मणि माला 108 मनकों की समय- दिन का कोई भी समय आश्n- सफेद दिशा- पूर्व दिशा 21 बार प्रतिदिन अवधि -11 दिन मंत्र ओम श्रीम वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि करी करी फट् स्वाहा प्रयोग यह प्रयोग स्फटिक मणि माला पर किया जाता है सामने पीला वस्त्र बिछा कर उस पर 108 मनको की मंत्र सिद्ध प्राणप्रतिष्ठा युक्त स्फटिक मणि माला रख दे और किससे उस का पूजन करें फिर सामने अगरबत्ती दीपक लगा लिया है दीपक शुद्ध घी काहोफिर मंत्र का 21 बार उच्चारण करें इस प्रकार 11 दिन तक तुम से हुआ है माला विजय माला में परिवर्तित हो जाती है जब किसी इंटरव्यू या साक्षात्कार में जावे तो उसे मारना को कपड़े के शर्ट अथवा कुर्ते के नीचे पहन कर जावे ऐसा करने पर उसे अवश्य ही इंटरव्यू में सफलता प्राप्त होती है Contact whatsapp-9460497261 यह प्रयोग करवाने के लिए संपर्क करें पंडित संतोषacharya 100%garantee

व्यापार बंद दूर करने का मंत्र


सामग्री:- गुलाल गोरोचन छबीला और कपूर काचरी माला- कोई भी समय- दिन या रात्रि का कोई भी समय अaसn- कोई भी दिशा- कोई भी जप संख्या- नित्य 21 5 दिनreguler मंमंत्र -दक्षिण भैरवाय भूत प्रेत कंड कंड कंड निकलेंगे सर्व शक्तिशाली कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा प्रयोग उपयोग चारों चीजों को बराबर मात्रा में लेकर उन्हें पीसकर नवकार मंत्र का 21 बार उपचार करते हुए 5 दिन तक लगातार करें यार मिला जुला पाउडर दुकान के सामने कर देना चाहिए इस प्रकार का प्रयोग करने से व्यापार बंद दूर हो जाएga संपर्क करें 9460497261 पंडित संतोष आचार्य Whatsapp

Monday, 17 October 2016

कृकपाल भैरव मारण प्रयोगमंत्र


मंत्र Contact:-9460497261 इनामी सलामती इस मंत्र के 100 जाप प्रतिदिन करें और 40 दिन तक निरंतर करें इसके बाद कुमार के चाक की मिट्टी या शब्दों के पांव तले की मिट्टी लेता है और एक प्रतिमा बना ने संसार से हड्डियां प्राप्त करके छोटी-छोटी ने माला बनाने वाला पर एक बार मंत्र का जाप करके प्रतिभा के सेवन से नेता मारे उसके बाद फिर जांच करें और फिर से युद्ध यह क्रिया करते ऐसे शब्दों के सिर पर चोट लग जाएगी यदि मैं परियों 40 दिन निरंतर किया गया तो शत्रु की मृत्यु हो जाएगी

भूतों से मनचाहा काम कराने का मंत्रभूत


भूत प्रेत को वश में कल उससे मनचाहा कार्य कराने के कई प्रयोग है सोच का बचा हुआ जल मूल नक्षत्र से प्रारंभ कर के बबूल के वृक्ष में डाला करें और फिर उसे सुरक्षित के नीचे बैठकर मंत्र 108नित्य जप है इस प्रकार 6 महीने तक जपे फिर पीछे एक दिन केवल मंत्र जाते हो और जल नहीं डाले तो उस पेड़ पर से लगभग 20 भूत प्रेत आकर पानी मांगने लगेंगे उस व्यक्ति ने किया जो काम करे तकलीफ नहीं दे और लक्ष्य करें तथा असंभव काम करें तो भी करें ऐसा वचन मिलने के बाद जान दे दे तो वह सभी जीवन पर्यंत सेवा में रहेंगे मंत्र:-contact-9460497261 ॐ श्रीं वं वं वं भूतेश्वर मम वश्यम कुरु कुरु स्वाहा इस प्रकार भूत प्रेत वश में करने के बाद आप कहीं पर भी कोई भी काम होने सोचेंगे तो कुछ ही क्षणों में यह कार्य पूरा कर देंगे

औरत पुरुष में शत्रुता पैदा करने का मंत्र


स्त्री पुरुष विद्वेषणमंत्र:- Contact-9460497261 मंत्र:-आंआक ढाक दोनों बगराई अमिका अंगूठी कैसे मेरे जैसे ऊपर मिलाए आदेश गुरु सत्य नाम को विधि सूखी हुई दाल की धनिया ले आए और आज का ताजा पत्र ले आए इस पत्ते के ऊपर काली चाय से यह मंत्र लिखे और आधी रात के समय एकांत में डॉग की टेनिया जला करके यह मंत्र पढ़ते हुए आज का पता उस में डाल दे यदि 108पत्र डाल सके तो प्रयोग से प्रभावी होगा और इच्छित स्त्री पुरुष में परस्पर मन-मुटाव हो जाएगा

तेल मोहिनी मंत्रdipawali ki ratri ko krne ka pryog


तेल मोहिनी मंत्र:- Contact me -9460497261 Vashikaran speslist नमन गाणी मोबाइल चला शेर को मस्तक पर तेल का दीप जन्मोत्सव जगत मोर और मोहन मोहनी रानी जा सैयां बैठी मोहन दरबार गोरा पार्वती की दुआएं लोनी चमारी की दुआएं भी नहीं हनुमंत की आन मंत्र प्रयोग विधि मंत्र के प्रयोग से पहले इसे सिद्ध कर लेना आवश्यक है दीपावली की रात्रि को 320मंत्र के जप से इसकी सिद्धि मानी जाती है जिस व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित करना हो या वश में करना हो उसके शरीर पर बार मंत्र का उच्चारण करते हुए अभिमंत्रित तेल का जीता दे तो निश्चित रूप से वह मोहित होता है या होती है यदि किसी सभा को मोहित करना हो तो चमेली के तेल को अभिमंत्रित करके बिंदी लगाए

व्यापार वृद्धि मंत्र


व्यापार वृद्धि मंत्र:-contact me-9460497261 व्यापार का दैनिक कार्यप्रारंभ करने से पूर्व यदि इस मंत्र का 108बाल उच्चारण करके दुकान खोले और व्यापार का दैनिक कार्य प्रारंभ करें तो उस दिन बिक्री बढ़ती है और किसी प्रकार का कोई उपद्रव या परेशानी नहीं आती है इस मंत्र को सिद्ध करने की कोई आवश्यकता नहीं है नित्य दुकान खोलने से पूर्व एक माला फेरने पर्याप्त है मंत्र:- श्री lulle महाशुक्ले कमल दल निवासी महा लक्ष्मी नगर लक्ष्मी मार्ग सत्य की सवाई आओ माइकरो बनाएं ना करो तो समुंद्र की दुआएं रिद्धि-सिद्धि खाओ नहीं तो नौ नाथ चौरासी की दुआएं

Saturday, 15 October 2016

Business profit dipawali PR kiya Jane wala paryog


Contact-9460497261 Sarv karya shidhi paryog: Dipawli ki ratri ko nimn mantra ki 31 mala jaap krne se vayapar me vardhi sale dabal ho jaye GI

Friday, 14 October 2016

Best strivshikaran speslist-9469497261 vashikaran mantra


. . . Kisi Stri ko Vash me Karne ka Mantra, Upay, Totke in Hindi
Neeche diye gaye stri vashikaran mantra, upay and totke se aap kisi ko bhi ladki ko vash me kar sakte hai aur kuch bhi karwa sakte hai. We are giving you some free vashikaran mantra that you can use to make your life better. janiye stri ko vash me kaise kare aur stri ko mohit karne ka mantra. 1 – “om hrim klim amukam aakarshay mam vasyam kuru swaha” Vidhi -  Kumkum , keshar , tatha chandan ka mishrit ghol lekar ek bhoj patra ke upar ek gudiya chitra banawe , | tatpashchat kisi subh din tatha nakchtra wa tithi par khodsopchar vidhi se puja kare | usse yash prapti ke liye prarthna kare | aur katthe ki lakdi se hawan kar uprokt mantra se kaner pushp, gugal, tatha ghi ki 108 baar aahuti de | isse stri purush sabhi vash mr hote hai | mantra me amuk ke sthan par jisko vash me karma ho uska naam likhe |   2 – stri aakarshn mantra        “Om hrim namah” Vidhi -   Kumkum ki maalaa tatha lal vastra pahan kar pratidun ek hajar jape k saptah tak karne se sidh ho jata hai | tatpashchat pratidin ek hajar jaap karte huye ji stri kaa dhyan kar pratidin jaap kiya jaye to wah stri nishchit hi aakarshit ho jati hai |   3 – mantra – “on chem. Hrim hrim aam ham swaha”   Vidhi -  Is mantra ko bhi lal vastra aur kumkum ki mala dharan kar ek saptah tak pratidin dus hajar jaap karne se pasand ki stri kaa vashikaran ho jaataa hai   4 – aakarshan mantra ka prayog kisi ko apni or aakarshit karne ke liye kiya jata hai | Mantra “ on namh hrim tham thah swaha “ Vidhi - Is mantra ko mangalwar ke din dus hajar bar jap karne se sidh ho jata hai  Jab prayog karma ho tab chuhe ki bil ki mitti , sarso ka binaula, hath me lekar teen bar mantra padh kar jis kisi ke kapde par dal diya jaye wah wahi aakarshit ho jata hai |   5 – sabha mohan mantra Mantra – “ kalu muh dhodar karu salam mere nan |                       Surma base jo nirkhe so payan pade |                         Gosul aajam dastgir ki duhai | Vidhi – shukrwar ke din sawa lakh gehu ke dane lekar pratyek dane par ek bar mantra padh kar fook mar kar sidh kar le | usme se aadhe gehu ko piskar ghi se halwa bana kar gausul aajam ko bhog lagakar swam khate hai | iske bad is mantra ko sat bar padh kar aankho me surma dalkar jis kisi sabha me jaye wahi sabha sammohit ho jayegi |   6 – pati mohan mantra Mantra – “ om asy sri sundrimantr swarth varn                        Rishi iti swhipas swaha Vidhi – jis stri ka pati usse santust na rahta ho , us stri ko nimn mantra ka pratidin 108 din tak 108 bar jap karma chahiye ,isse pati patni par aakARSHIT HOGA TATHA DONO KA JIWAN AANAD MAY HO JAYEGA |   7 – stri mohan mantra Mantra – “ allah bich hatheli ke Muhammad bich kapar                    Uska naam mohini jagat mohe sansar |                    Moh kare jo moh mar use baye pot war dar |                    Jo na jane mohammd pagmber ki aan |                     Us par mihammad mera rasulilah  Vidhi – purush jis ladki ya stri ko mohit karma chahe us stri ke pairo ke niche ke mitti uthakar use sat bar padh kar jis stri ke sir par dal de wahi mohit hokar vash me ho jayegi | is mantra ko sidh karne ke liye ek shaniwar se prarambh hokar agle shaniwar tak prati din dhoop , deep, lohban, sulgakar pratidin ek bar jap karne se sidh ho jata hai. But be careful before using these free vashikaran mantra by yourself, it is better to do it under the guidence of some specialist. Boss ko vash me karne ke liye bhi mantra ka prayog kiya ja sakta hai. .

No.1 strivshikaran speslist p.santosh shastri help line-9460497261 vashikaran,aakarshan,shammohan,maran,shatrunash,vidvesn,all problem solutions 24hours


Prabal And Par Stri Purush Vashikaran Mantra Hindi
Prabal And Par Stri Purush Vashikaran Mantra Hindi
Friends here we have something for you, which definitely help you in any way to prove your control over someone. If you give up after applying with all methods to convince someone according to your thoughts and views, but he or she is not agreeing with you and your thinking. Okay then ask for our Vashikaran specialist for the Vashikaran mantra. Everyone who wants to make use of Vashikaran mantra against someone should obtain Siddhi over that Vashikaran mantra by making use of some things, which are easily available either in your home or at anygrocery shop.
Prabal Stri Vashikaran Prayog Prabal Stri Vashikaran Prayog In Hindi
If you are tired after trying a lot to convince some stri, it may be either your wife or girlfriend, according to your thought and views that you are not wrong this time related to some issue, but not only she refuses you but also ignores you, then you are only left with our stri Vashikaran prayog. So what are you thinking about, if you want sooner relief with better way, then make contact with us and here our Vashikaran prayogspecialist get available for you with stri Vashikaran mantra. If you are only comfortable with Hindilanguage rather than understanding any other language, then our Vashikaran specialist provides you all the directions of making use of Stri Vashikaranprayog in Hindi also. There are some Vashikaran mantras fall in the category of stri Vashikaran mantra, which are listed below:
Kamdev Vashikaran mantraKamakhya Devi Vashikaran mantra, etc. These are such Vashikaran mantras, which are prabal (powerful) enough that can convince any stri for sex in order to complete your sex desire, if you have.  Stri Purush Vashikaran Stri Purush Vashikaran There are some Vashikaran mantras, which are common for Vashikaran on stri or purush. If you are purush (male) or stri (female) and wants to use such multipurpose single Vashikaran mantra against any stri or purushif, then ask for it with our Vashikaran mantra specialist who will provide you such Vashikaran mantra with the directions for how to make use of it. With proper use of Vashikaran mantra against anystri or purush, anybody can take his or her control over her or him.  Par Stri Vashikaran Mantra Par Stri Vashikaran Mantra If you like some par stri (other woman) even after she got married with some other purush.Par stri (Gair aurat) gives you lift also to come closer to her, but afraid of her purush (husband) a lot. Even par stri loves you but nowadays ignoring you, then you can take help with our Vashikaran mantra specialist to take par stri in your control. Our Vashikaran mantra specialist confer you such Vashikaran mantra and directions for making use of it in order to take par stri under your control. Because you have not left with any other direction to go through which you can get her, so come up with Vashikaran on par stri. With proper use of Vashikaran mantra against par stri according to the given directions by our Vashikaran mantra specialist, then only you can prove your control over parstri.   Related posts: Break A Myth with Vashikaran Mantra Tantra Mantra Vidya Sadhana In Hindi How To Chant Mohini Mantra Post navigation ← Stri Vashikaran Shabar Tantra Mantra Sadhana In SanskritApsara Vashikaran Mantra Yantra Totke In Hindi → Get Advice Today P.santosh Shastri Ji Maharaj Mobile : +91 9460497261 Email : santoshchaturvedi8320@gmail.com Services Sammohan Vashikaran SadhanaHusband Wife Dispute Problem SolutionFamily Problem Solution AstrologerFace Reading For LoveBhojpatra Dwara VashikaranStrong Vashikaran Mantra for ParentsStrong Vashikaran Mantra for FutureStrong Vashikaran Mantra for Daughter in LawStrong Vashikaran Mantra for WifeStrong Vashikaran Mantra for Love BackTantra Vidya for VashikaranTantra Remedies for Early MarriageVashikaran Remedies for HusbandVashikaran Breaking Mantra for LoveHow to Destroy Someone by MantraHow to Destroy Enemy by VashikaranDivorce Problem Solution Specialist Baba JiVashikaran Kajal to Make Someone Love YouNumber Zero Prediction For LotteryGet Rid Of Enemies MantraGet Success In Life With Shantikaran MantrasHow To Chant Durga MantraHow To Chant Mohini MantraTantra Mantra Vidya Sadhana In HindiHow To Recite Shabar Mantra For Attraction

Sunday, 9 October 2016

Contact us


Contact whatsaap&call-9460497261 Email-santoshchaturvedi8320@gmail.com

Friday, 30 September 2016

Best navratri shish pryog


Manger:- Bismila rhemane Rahim ya khuda mo harfil ba,he hazard shoo ba haq e ba Paryog vidhi:-first navratri ko ratri 10:30 se roj 505 bar manger ka jaap krke so bina kisi se baat kiye so jaaye Yesa 7din tak kre prog shidh ho jayega Jab jarurat ho 5 bar manger pad kr so jaye puri pryog vidhi janne ke kiye WhatsApp PR shampark kre9460497261

Monday, 26 September 2016

Bajrang bali


दोहा : contact-9460497261 निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥ चौपाई : जय हनुमंत संत हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥ जन के काज बिलंब न कीजै। आतुर दौरि महा सुख दीजै॥ जैसे कूदि सिंधु महिपारा। सुरसा बदन पैठि बिस्तारा॥ आगे जाय लंकिनी रोका। मारेहु लात गई सुरलोका॥ जाय बिभीषन को सुख दीन्हा। सीता निरखि परमपद लीन्हा॥ बाग उजारि सिंधु महँ बोरा। अति आतुर जमकातर तोरा॥ अक्षय कुमार मारि संहारा। लूम लपेटि लंक को जारा॥ लाह समान लंक जरि गई। जय जय धुनि सुरपुर नभ भई॥ अब बिलंब केहि कारन स्वामी। कृपा करहु उर अंतरयामी॥ जय जय लखन प्रान के दाता। आतुर ह्वै दुख करहु निपाता॥ जै हनुमान जयति बल-सागर। सुर-समूह-समरथ भट-नागर॥ ॐ हनु हनु हनु हनुमंत हठीले। बैरिहि मारु बज्र की कीले॥ ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीसा। ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर सीसा॥ जय अंजनि कुमार बलवंता। शंकरसुवन बीर हनुमंता॥ बदन कराल काल-कुल-घालक। राम सहाय सदा प्रतिपालक॥ भूत, प्रेत, पिसाच निसाचर। अगिन बेताल काल मारी मर॥ इन्हें मारु, तोहि सपथ राम की। राखु नाथ मरजाद नाम की॥ सत्य होहु हरि सपथ पाइ कै। राम दूत धरु मारु धाइ कै॥ जय जय जय हनुमंत अगाधा। दुख पावत जन केहि अपराधा॥ पूजा जप तप नेम अचारा। नहिं जानत कछु दास तुम्हारा॥ बन उपबन मग गिरि गृह माहीं। तुम्हरे बल हौं डरपत नाहीं॥ जनकसुता हरि दास कहावौ। ताकी सपथ बिलंब न लावौ॥ जै जै जै धुनि होत अकासा। सुमिरत होय दुसह दुख नासा॥ चरन पकरि, कर जोरि मनावौं। यहि औसर अब केहि गोहरावौं॥ उठु, उठु, चलु, तोहि राम दुहाई। पायँ परौं, कर जोरि मनाई॥ ॐ चं चं चं चं चपल चलंता। ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता॥ ॐ हं हं हाँक देत कपि चंचल। ॐ सं सं सहमि पराने खल-दल॥ अपने जन को तुरत उबारौ। सुमिरत होय आनंद हमारौ॥ यह बजरंग-बाण जेहि मारै। ताहि कहौ फिरि कवन उबारै॥ पाठ करै बजरंग-बाण की। हनुमत रक्षा करै प्रान की॥ यह बजरंग बाण जो जापैं। तासों भूत-प्रेत सब कापैं॥ धूप देय जो जपै हमेसा। ताके तन नहिं रहै कलेसा॥ दोहा : उर प्रतीति दृढ़, सरन ह्वै, पाठ करै धरि ध्यान। बाधा सब हर, करैं सब काम सफल हनुमान॥

Sunday, 25 September 2016

Hanuman Ji aarti


-left: 1em; margin-right: 1em;">
. .contact-9460497261 . . . . . आरती कीजे हनुमान लला की, दुष्ट दलन रघुनाथ कला की। जाके बल से गिरिवर कांपे, रोग दोष जाके निकट न झांके। अंजनी पुत्र महा बलदाई, संतन के प्रभु सदा सहाई। दे वीरा रघुनाथ पठाये, लंका जारि सिया सुधि लाई। लंका सी कोट समुद्र सी खाई, जात पवन सुत बार न लाई। लंका जारि असुर सब मारे, राजा राम के काज संवारे। लक्ष्मण मूर्छित परे धरनि पे, आनि संजीवन प्राण उबारे। पैठि पाताल तोरि यम कारे, अहिरावन की भुजा उखारे। बाएं भुजा सब असुर संहारे, दाहिनी भुजा सब सन्त उबारे। आरती करत सकल सुर नर नारी, जय जय जय हनुमान उचारी। कंचन थार कपूर की बाती, आरती करत अंजनी माई। जो हनुमानजी की आरती गावै, बसि बैकुण्ठ अमर फल पावै। लंका विध्वंस किसो रघुराई, तुलसीदस स्वामी कीर्ति गाई।

Contact us


Contact me WhatsApp&call-9460497261email-santoshchaturvedi8320@gmail.com

Hanuman chalisa full

॥दोहा॥

contact whatsapp-9460497261 श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥

बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन-कुमार ।
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार ॥

॥चौपाई॥

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥१॥

राम दूत अतुलित बल धामा ।
अञ्जनि-पुत्र पवनसुत नामा ॥२॥

महाबीर बिक्रम बजरङ्गी ।
कुमति निवार सुमति के सङ्गी ॥३॥

कञ्चन बरन बिराज सुबेसा ।
कानन कुण्डल कुञ्चित केसा ॥४॥

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै ।
काँधे मूँज जनेउ साजै ॥५॥

सङ्कर सुवन केसरीनन्दन ।
तेज प्रताप महा जग बन्दन ॥६॥

बिद्यावान गुनी अति चातुर ।
राम काज करिबे को आतुर ॥७॥

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया ।
राम लखन सीता मन बसिया ॥८॥

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा ।
बिकट रूप धरि लङ्क जरावा ॥९॥

भीम रूप धरि असुर सँहारे ।
रामचन्द्र के काज सँवारे ॥१०॥

लाय सञ्जीवन लखन जियाये ।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये ॥११॥

रघुपति कीह्नी बहुत बड़ाई ।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२॥

सहस बदन तुह्मारो जस गावैं ।
अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं ॥१३॥

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा ।
नारद सारद सहित अहीसा ॥१४॥

जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते ।
कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥१५॥

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीह्ना ।
राम मिलाय राज पद दीह्ना ॥१६॥

तुह्मरो मन्त्र बिभीषन माना ।
लङ्केस्वर भए सब जग जाना ॥१७॥

जुग सहस्र जोजन पर भानु ।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥१८॥

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं ।
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥१९॥

दुर्गम काज जगत के जेते ।
सुगम अनुग्रह तुह्मरे तेते ॥२०॥

राम दुआरे तुम रखवारे ।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥२१॥

सब सुख लहै तुह्मारी सरना ।
तुम रच्छक काहू को डर ना ॥२२॥

आपन तेज सह्मारो आपै ।
तीनों लोक हाँक तें काँपै ॥२३॥

भूत पिसाच निकट नहिं आवै ।
महाबीर जब नाम सुनावै ॥२४॥

नासै रोग हरै सब पीरा ।
जपत निरन्तर हनुमत बीरा ॥२५॥

सङ्कट तें हनुमान छुड़ावै ।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै ॥२६॥

सब पर राम तपस्वी राजा ।
तिन के काज सकल तुम साजा ॥२७॥

और मनोरथ जो कोई लावै ।
सोई अमित जीवन फल पावै ॥२८॥

चारों जुग परताप तुह्मारा ।
है परसिद्ध जगत उजियारा ॥२९॥

साधु सन्त के तुम रखवारे ।
असुर निकन्दन राम दुलारे ॥३०॥

अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता ।
अस बर दीन जानकी माता ॥३१॥

राम रसायन तुह्मरे पासा ।
सदा रहो रघुपति के दासा ॥३२॥

तुह्मरे भजन राम को पावै ।
जनम जनम के दुख बिसरावै ॥३३॥

अन्त काल रघुबर पुर जाई ।
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई ॥३४॥

और देवता चित्त न धरई ।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई ॥३५॥

सङ्कट कटै मिटै सब पीरा ।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥३६॥

जय जय जय हनुमान गोसाईं ।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं ॥३७॥

जो सत बार पाठ कर कोई ।
छूटहि बन्दि महा सुख होई ॥३८॥

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा ।
होय सिद्धि साखी गौरीसा ॥३९॥

तुलसीदास सदा हरि चेरा ।
कीजै नाथ हृदय महँ डेरा ॥४०॥

॥दोहा॥

पवनतनय सङ्कट हरन मङ्गल मूरति रूप ।
राम लखन सीता सहित हृदय बसहु सुर भूप ॥

Saturday, 24 September 2016

Latest navratri PR kiye Jane wale vashikaran paryog


Navratri PR kiye Jane wale vashikaran pryog:-

  • Manter:-om han hanumante namh:
  • .
  • .
  • .
  • .
  • Paryog vidhi:-
  • .first navratri se pavitr hoker hanumanji ke mandir me jaye or bhoj pater PR hanuman vashikaran yanter bhoj later PR gorochan se banaye
  • .hanuman vashikaran yanter parpat krne ke kiye hamse sampark kr 
  • Contact-santoshchaturvedi8320@gmail.com
  • &whatsapp-9460497261
  • Fir bnaye gye yanter ki panchopchar se puja kre &uper diye bye manter ki 11mala partidin jaap kre ysa 9day take continue kre aap jis shadak ko Vas me krna chate h uska name bol kr hanuman Ji ke samne paratna krni chaiye aapka kam nischit hoga .
  • .bharmcharya ka palana krni chaiye

Bast kamdev vashikaran manter


Manger:- On kamo anange panchshara kandarpo minketath visno tango DAV parsanno bhavtu prbho . . . . . .contact us-santoshchaturvedi8320@gmail.com . . .pryog vidhi:- Monday ko ratri me samay me hath pair who kr ghee ka Deepak jala kr ukt manger ka 1100jaap kre or so jaye esi parkar se continuous 7day take kre bharamcharya ka palan kre Eske shath ek tantra bhi hora h usko din me jalana padta h vo aap mujhe mail PR samperk mga shakte ho jise aap Ashok ki kalam se jisko apne Vas me krna chats ho uska name Kali shaiyi se likh kr jala dena chaiye . .jisko vhikaran karne ke liye aap ye prog kroge vo100% Vas me ho jayega/jayegi Contact whatsapp-9460497261